UPI New Rules November: PhonePe, Google Pay और Paytm यूजर्स सावधान! नवंबर से बदल गए ये बड़े नियम – तुरंत जान लें

By Shruti Singh

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आज के दौर में यूपीआई भारतीय लोगों की रोजमर्रा की जिंदगी का अभिन्न अंग बन गया है। सुबह की चाय से लेकर शाम के बिजली बिल तक, हर भुगतान अब मोबाइल से कुछ ही सेकंड में हो जाता है। फोनपे, गूगल पे और पेटीएम जैसे ऐप्स लाखों लोग प्रतिदिन इस्तेमाल करते हैं। लेकिन नवंबर महीने से यूपीआई में कुछ महत्वपूर्ण बदलाव लागू हुए हैं जिन्हें हर उपयोगकर्ता को समझना बेहद जरूरी है। ये नियम आपकी सुरक्षा बढ़ाने और लेनदेन को और सुगम बनाने के उद्देश्य से लाए गए हैं।

निष्क्रिय यूपीआई आईडी के लिए नया प्रावधान

अब से यदि किसी यूपीआई आईडी का उपयोग लगातार एक वर्ष तक नहीं किया जाता है तो वह स्वतः बंद हो जाएगी। मान लीजिए आपने किसी ऐप में खाता बनाया लेकिन उसमें लंबे समय से कोई लेनदेन नहीं किया, तो उस आईडी को दोबारा चालू करने के लिए केवाईसी प्रक्रिया पूरी करनी होगी। यह कदम नकली खातों और निष्क्रिय पहचान पत्रों के दुरुपयोग को रोकने के लिए उठाया गया है।

इस बदलाव से डिजिटल भुगतान प्रणाली अधिक सुरक्षित और व्यवस्थित होगी। उपयोगकर्ताओं को सलाह दी जाती है कि वे अपनी पुरानी यूपीआई पहचान को सक्रिय रखें और समय-समय पर छोटा ही सही, कोई लेनदेन जरूर करते रहें ताकि उनकी सेवा बाधित न हो।

ऑटोपे सुविधा में आई नई सीमा

ऑटोपे की सुविधा आज हर घर में उपयोग हो रही है। ओटीटी प्लेटफॉर्म की सदस्यता हो या मोबाइल का मासिक रिचार्ज, लोग इस सुविधा पर भरोसा करते हैं क्योंकि यह समय बचाती है। लेकिन नवंबर से एक नया नियम लागू हुआ है जिसके अनुसार पांच हजार रुपये से अधिक के ऑटोपे लेनदेन के लिए बैंक द्वारा ओटीपी की पुष्टि अनिवार्य होगी।

यह प्रावधान उपयोगकर्ताओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए बनाया गया है। इससे यह सुनिश्चित होगा कि बड़ी राशि की कटौती बिना आपकी जानकारी के नहीं हो पाएगी। अब आपको हर बड़े भुगतान पर सूचना मिलेगी और आप उसे स्वीकृत या अस्वीकृत कर सकेंगे, जिससे आपका पैसा पूरी तरह सुरक्षित रहेगा।

व्यापारिक लेनदेन पर नया शुल्क ढांचा

राष्ट्रीय भुगतान निगम ने व्यापारी लेनदेन पर एक छोटा शुल्क लागू किया है। यह शुल्क विशेष रूप से उन स्थितियों में लागू होगा जब भुगतान दो हजार रुपये से अधिक हो और वह यूपीआई क्रेडिट लाइन के माध्यम से किया गया हो। यह शुल्क केवल दुकानदारों और व्यापारियों के लेनदेन पर लागू होगा।

आम उपयोगकर्ताओं को चिंता करने की जरूरत नहीं है क्योंकि व्यक्ति से व्यक्ति के बीच होने वाला भुगतान पहले की तरह पूरी तरह से निःशुल्क रहेगा। छोटे व्यापारियों पर इसका बहुत कम असर पड़ेगा और यह केवल बड़े लेनदेन के लिए एक व्यवस्थित तंत्र बनाने का प्रयास है।

धोखाधड़ी रोकने के लिए नई सुरक्षा प्रणाली

डिजिटल धोखाधड़ी के बढ़ते मामलों को देखते हुए अब एक उन्नत सुरक्षा चेतावनी व्यवस्था शुरू की गई है। जब भी आप किसी नए उपकरण या नई एप्लिकेशन से अपने यूपीआई खाते में प्रवेश करेंगे, बैंक की ओर से तत्काल सूचना भेजी जाएगी। साथ ही ईमेल के माध्यम से भी पुष्टि संदेश आएगा।

यह सुविधा विशेष रूप से फिशिंग और नकली भुगतान अनुरोध से बचाने के लिए विकसित की गई है। अगर कोई अनजान व्यक्ति आपके खाते में प्रवेश करने की कोशिश करेगा तो आपको तुरंत पता चल जाएगा और आप समय रहते कार्रवाई कर सकेंगे। इस तरह आपकी डिजिटल सुरक्षा कई गुना मजबूत हो जाएगी।

वॉलेट सत्यापन में नया बदलाव

यदि आपने अपना डिजिटल वॉलेट यूपीआई से जोड़ रखा है तो अब हर छह महीने में उसका पुनः सत्यापन करना अनिवार्य हो गया है। पेटीएम वॉलेट और अन्य वॉलेट उपयोगकर्ताओं के लिए यह नियम विशेष रूप से महत्वपूर्ण है। यह प्रावधान मनी लॉन्ड्रिंग और संदिग्ध लेनदेन को रोकने के उद्देश्य से लाया गया है।

उपयोगकर्ताओं को केवल एक साधारण सत्यापन प्रक्रिया पूरी करनी होगी जिससे उनका वॉलेट सुरक्षित रहेगा और भविष्य में किसी प्रकार की बाधा नहीं आएगी। यह छोटा सा कदम आपके धन की सुरक्षा सुनिश्चित करने में बड़ी भूमिका निभाएगा।

डिजिटल भुगतान का भविष्य

ये सभी नए नियम डिजिटल भुगतान को और अधिक विश्वसनीय और सुरक्षित बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम हैं। भले ही शुरुआत में कुछ असुविधा महसूस हो, लेकिन लंबे समय में ये बदलाव उपयोगकर्ताओं के हित में ही हैं। सुरक्षा और पारदर्शिता बढ़ने से लोगों का डिजिटल भुगतान पर विश्वास और मजबूत होगा।

अस्वीकरण: यह लेख केवल जानकारी प्रदान करने के उद्देश्य से लिखा गया है। यूपीआई से संबंधित नियम और प्रावधान समय-समय पर बदल सकते हैं। किसी भी लेनदेन या निर्णय से पहले कृपया अपने बैंक, यूपीआई ऐप या एनपीसीआई की आधिकारिक वेबसाइट से नवीनतम जानकारी अवश्य प्राप्त करें। लेख में दी गई जानकारी विभिन्न स्रोतों से संकलित है और इसमें किसी भी समय परिवर्तन हो सकता है। किसी भी प्रकार की त्रुटि, अपडेट या वित्तीय नुकसान के लिए लेखक या प्रकाशक जिम्मेदार नहीं होंगे। कृपया अपने वित्तीय निर्णय सावधानीपूर्वक लें।

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