Sukanya Samriddhi Yojana: सिर्फ ₹250–₹500 जमा करने पर मिलेगा ₹74 लाख का बड़ा रिटर्न! रजिस्ट्रेशन शुरू – माता-पिता के लिए सुनहरा मौका

By Shruti Singh

Published On:

आज के महंगाई के दौर में हर माता-पिता अपनी बेटी की पढ़ाई और शादी के खर्च को लेकर चिंतित रहते हैं। शिक्षा का खर्चा साल दर साल बढ़ता जा रहा है और विवाह में भी अच्छी खासी रकम की जरूरत होती है। ऐसे में अगर थोड़ी-थोड़ी रकम बचाकर भविष्य में मोटा फंड इकट्ठा किया जा सके तो यह बहुत राहत भरी बात होगी। डाकघर की सुकन्या समृद्धि योजना ठीक यही काम करती है। इस योजना में सिर्फ ढाई सौ या पांच सौ रुपये महीने जमा करके लाखों रुपये का फायदा उठाया जा सकता है। यह योजना खासतौर पर बेटियों के उज्ज्वल भविष्य के लिए बनाई गई है।

योजना की खासियत और उद्देश्य

सुकन्या समृद्धि योजना सरकार की एक विश्वसनीय बचत स्कीम है जो बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ मुहिम के तहत शुरू की गई थी। इस योजना का मुख्य मकसद बेटियों की शिक्षा और विवाह के लिए आर्थिक सुरक्षा देना है। हर परिवार इस योजना के माध्यम से छोटी-छोटी बचत करके लंबे समय में एक बड़ी धनराशि जुटा सकता है। इस योजना की सबसे बड़ी खूबी यह है कि इसमें मिलने वाला ब्याज बहुत अच्छा है और साथ ही टैक्स में भी छूट मिलती है। देशभर के डाकघरों में इस योजना के लिए नया रजिस्ट्रेशन फिर से चालू हो गया है।

योजना कैसे काम करती है

यह एक लंबी अवधि की जमा योजना है जिसमें माता-पिता अपनी बेटी के नाम से खाता खोल सकते हैं। खाता खुलवाने के लिए बेटी की उम्र दस साल से कम होनी चाहिए। इस खाते में कम से कम ढाई सौ रुपये से शुरुआत की जा सकती है और सबसे ज्यादा डेढ़ लाख रुपये सालाना जमा किए जा सकते हैं। हर महीने या साल में एक बार रकम जमा करने की सुविधा है। सरकार हर तीन महीने में इस पर ब्याज दर की घोषणा करती है जो सामान्य बचत योजनाओं से कहीं बेहतर होती है। योजना इक्कीस साल में पूरी होती है लेकिन अठारह साल की उम्र के बाद बेटी की शादी या पढ़ाई के लिए कुछ पैसे निकाले जा सकते हैं।

छोटी बचत से बड़ा लाभ

जो परिवार कम आमदनी में गुजारा करते हैं उनके लिए यह योजना किसी वरदान से कम नहीं है। अगर कोई हर महीने ढाई सौ रुपये यानी साल में तीन हजार रुपये जमा करता है तो इक्कीस साल बाद ब्याज के साथ यह रकम लाखों में पहुंच जाती है। वहीं अगर कोई पांच सौ रुपये महीने जमा करे तो यह राशि लगभग चौहत्तर लाख रुपये तक हो सकती है। यह इतना बड़ा फायदा इसलिए मिलता है क्योंकि सरकार इस पर लगभग आठ फीसदी या उससे ज्यादा ब्याज देती है। लंबे समय तक यह ब्याज चक्रवृद्धि के रूप में बढ़ता रहता है और जमा धन को कई गुना कर देता है।

टैक्स में छूट और पूरी सुरक्षा

इस योजना का एक और बड़ा फायदा यह है कि इसमें आयकर कानून की धारा अस्सी सी के तहत कर छूट मिलती है। मतलब जो पैसा इसमें जमा किया जाता है उस पर टैक्स नहीं लगता। सिर्फ जमा रकम ही नहीं बल्कि ब्याज और योजना पूरी होने पर मिलने वाली कुल राशि भी कर मुक्त होती है। इसके अलावा इस खाते में जमा धन की सुरक्षा पूरी तरह सरकारी गारंटी के अधीन है। इसलिए इसमें किसी तरह के नुकसान का डर नहीं रहता। यह माता-पिता के लिए सबसे सुरक्षित निवेश विकल्पों में से एक है।

खाता खोलने की आसान प्रक्रिया

खाता खोलना बहुत सरल है। नजदीकी डाकघर या किसी अधिकृत बैंक में जाकर आवेदन किया जा सकता है। आवेदन फॉर्म भरना होता है और बेटी का जन्म प्रमाणपत्र लगाना जरूरी है। माता-पिता की पहचान और पते के सबूत जैसे आधार कार्ड या पैन कार्ड की कॉपी देनी होती है। शुरुआत में कम से कम ढाई सौ रुपये जमा करने होते हैं जो नकद या ऑनलाइन किसी भी तरह से दिए जा सकते हैं। खाता खुलने के बाद नियमित रूप से हर महीने या साल में रकम जमा करनी होती है।

निष्कर्ष और भविष्य की दिशा

यह योजना केवल एक बचत का जरिया नहीं बल्कि बेटी के सपनों को साकार करने का माध्यम है। सरकार इसके जरिए देशभर की बेटियों को शिक्षा और आत्मनिर्भरता की ओर ले जाने का प्रयास कर रही है। जो माता-पिता आज थोड़ा-थोड़ा निवेश शुरू करेंगे उनकी बेटी का कल निश्चित रूप से उज्ज्वल और सुरक्षित होगा।

अस्वीकरण: यह लेख केवल सूचनात्मक और शैक्षिक उद्देश्य के लिए है। योजना में निवेश करने से पहले कृपया संबंधित डाकघर या बैंक की आधिकारिक वेबसाइट से सभी नियम, ब्याज दर और शर्तों की पुष्टि अवश्य करें। योजना की पात्रता और प्रक्रिया की सटीक जानकारी केवल सरकारी स्रोतों से ही प्राप्त करें।

Leave a Comment

Join Whatsapp Group