नवंबर 2025 में त्योहारों के मौसम के दौरान देशभर के उपभोक्ताओं को एक सुखद समाचार मिला है। तेल विपणन कंपनियों ने ईंधन की कीमतों में उल्लेखनीय कमी की घोषणा की है। इस कटौती से आम नागरिकों की जेब पर पड़ने वाले बोझ में काफी राहत मिली है। पेट्रोल और डीजल की कीमतों में प्रति लीटर दो से तीन रुपये की कमी आई है, जबकि घरेलू रसोई गैस सिलेंडर साठ रुपये सस्ता हो गया है।
प्रमुख शहरों में वर्तमान ईंधन मूल्य
देश की राजधानी दिल्ली में पेट्रोल की कीमत अब चौरानवे रुपये पचासी पैसे प्रति लीटर हो गई है, जबकि डीजल सत्तासी रुपये बारह पैसे प्रति लीटर पर उपलब्ध है। मुंबई जैसे महानगर में पेट्रोल की दर एक सौ चार रुपये इक्कीस पैसे प्रति लीटर है और डीजल बयानवे रुपये पैंतालीस पैसे प्रति लीटर मिल रहा है। चेन्नई में पेट्रोल की कीमत एक सौ रुपये पंद्रह पैसे और कोलकाता में छियानवे रुपये तीस पैसे प्रति लीटर निर्धारित की गई है।
अन्य राज्यों में ईंधन की दरें
विभिन्न राज्यों में लगने वाले अलग-अलग कर की दरों के कारण प्रत्येक शहर में ईंधन की कीमतें भिन्न होती हैं। लखनऊ में पेट्रोल की दर पचानवे रुपये बारह पैसे प्रति लीटर है। पटना में यह सत्तानवे रुपये अस्सी पैसे, जयपुर में छियानवे रुपये पैंतालीस पैसे और हैदराबाद में एक सौ दो रुपये साठ पैसे प्रति लीटर तय की गई है। इस बार लगभग सभी प्रमुख शहरों में उपभोक्ताओं को दरों में राहत देखने को मिली है।
घरेलू गैस सिलेंडर में बड़ी छूट
रसोई गैस की कीमतों में आई कमी से घरेलू उपभोक्ताओं को विशेष लाभ हुआ है। पहले नौ सौ दस रुपये में मिलने वाला घरेलू एलपीजी सिलेंडर अब आठ सौ पचास रुपये में उपलब्ध है। सरकार ने उज्ज्वला योजना के अंतर्गत एलपीजी पर सब्सिडी प्रदान करने की भी घोषणा की है। इस पहल का उद्देश्य गरीब और मध्यम वर्गीय परिवारों को रसोई के खर्च में राहत प्रदान करना है। सरकार का लक्ष्य प्रत्येक घर तक स्वच्छ और किफायती ईंधन पहुंचाना है।
ईंधन की कीमतों को प्रभावित करने वाले कारक
हमारे देश में पेट्रोल, डीजल और एलपीजी की दरें अंतरराष्ट्रीय कच्चे तेल के बाजार पर निर्भर करती हैं। मुख्य रूप से चार महत्वपूर्ण तत्व इन कीमतों को निर्धारित करते हैं। पहला कारक अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की दरें हैं। दूसरा महत्वपूर्ण तत्व डॉलर और रुपये के बीच की विनिमय दर है। तीसरा कारक केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा लगाए जाने वाले विभिन्न कर हैं, जिनमें उत्पाद शुल्क और वैट शामिल हैं। चौथा घटक डीलरों का कमीशन है। इन सभी कारकों को मिलाकर प्रतिदिन सुबह छह बजे ईंधन की नई कीमतें घोषित की जाती हैं।
कीमतों में कमी के पीछे के कारण
हाल के समय में अंतरराष्ट्रीय कच्चे तेल के बाजार में उल्लेखनीय गिरावट दर्ज की गई है। इसके अतिरिक्त वस्तु एवं सेवा कर में कटौती और उत्पाद शुल्क में कमी के कारण तेल कंपनियों ने दरों में राहत देने का निर्णय लिया है। सरकार का मुख्य उद्देश्य बढ़ती महंगाई के दौर में आम जनता को राहत प्रदान करना और त्योहारी सीजन में लोगों की जेब पर बोझ कम करना है।
आम जनता पर सकारात्मक प्रभाव
पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कमी से परिवहन लागत में कमी आएगी। इसका सीधा असर रोजमर्रा की आवश्यक वस्तुओं की कीमतों पर भी पड़ेगा। घरेलू बजट पर एलपीजी सस्ता होने से रसोई गैस के खर्च में बचत होगी। ट्रक और लॉजिस्टिक्स के खर्च में कमी से बाजार में वस्तुओं के दाम भी घट सकते हैं। महिलाओं और गृहणियों को किफायती एलपीजी मिलने से उन्हें भी राहत मिलेगी। कुल मिलाकर यह परिवर्तन समाज के हर वर्ग के लिए एक सकारात्मक कदम है।
ऑनलाइन कीमतें जांचने के तरीके
यदि आप अपने शहर में रोजाना की दरों की जानकारी चाहते हैं, तो इंडियन ऑयल की वेबसाइट पर जाकर देख सकते हैं। एसएमएस के माध्यम से भी जानकारी प्राप्त की जा सकती है। एचपीसीएल और बीपीसीएल की मोबाइल एप्लिकेशन भी उपलब्ध हैं। गूगल पर अपने शहर का नाम और पेट्रोल प्राइस टुडे लिखकर भी तुरंत जानकारी मिल जाती है।
अस्वीकरण: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। ईंधन की कीमतें प्रतिदिन बदल सकती हैं और विभिन्न शहरों में भिन्न हो सकती हैं। सटीक और नवीनतम जानकारी के लिए कृपया आधिकारिक तेल कंपनी की वेबसाइट या ऐप का उपयोग करें। यहां दी गई कीमतें केवल संदर्भ के लिए हैं और इनमें परिवर्तन हो सकता है।








