महंगाई के इस दौर में जब हर चीज की कीमतें आसमान छू रही थीं, तब रसोई गैस के दाम लगातार बढ़ने से आम परिवारों का बजट बुरी तरह प्रभावित हो रहा था। लेकिन अब नवंबर माह की समीक्षा के उपरांत तेल विपणन कंपनियों ने एक सुखद निर्णय लेते हुए घरेलू एलपीजी सिलेंडर के दामों में उल्लेखनीय कमी की घोषणा कर दी है। यह कदम उन करोड़ों भारतीय परिवारों के लिए बड़ी खुशखबरी लेकर आया है जो प्रतिदिन खाना पकाने के लिए गैस सिलेंडर पर निर्भर रहते हैं।
सिलेंडर के दामों में आई कितनी गिरावट
इस ताजा संशोधन में चौदह दशमलव दो किलोग्राम वाले रसोई गैस सिलेंडर की कीमत में पचास रुपये से लेकर नब्बे रुपये तक की कटौती देखी गई है। यह ध्यान रखना जरूरी है कि यह कमी देश के विभिन्न क्षेत्रों में अलग-अलग मात्रा में लागू हुई है क्योंकि हर राज्य और शहर में स्थानीय कर, परिवहन शुल्क और अन्य खर्चे भिन्न होते हैं। पिछले महीने जहां ज्यादातर महानगरों में एक सिलेंडर की कीमत एक हजार रुपये के आसपास घूम रही थी, वहीं अब यह घटकर नौ सौ से साढ़े नौ सौ रुपये की सीमा में आ गई है। यह परिवर्तन निश्चित रूप से उपभोक्ताओं की जेब पर सकारात्मक प्रभाव डालेगा।
आम नागरिकों को होने वाले लाभ
इस मूल्य कटौती का सबसे बड़ा फायदा मध्यम वर्ग और निम्न आय वर्ग के परिवारों को मिलेगा जो अपने मासिक खर्च को लेकर हमेशा सचेत रहते हैं। एक औसत परिवार जो महीने में एक सिलेंडर की खपत करता है, उसे पूरे वर्ष में लगभग छह सौ से एक हजार रुपये तक की बचत हो सकती है। यह राशि भले ही बड़ी न लगे, लेकिन सीमित आमदनी वाले परिवारों के लिए यह काफी मायने रखती है।
उज्ज्वला कल्याण योजना से जुड़े लाभार्थियों के लिए यह और भी अच्छी खबर है। इन उपभोक्ताओं को सरकारी सब्सिडी के साथ अब और कम दरों पर गैस सिलेंडर मुहैया होगा। खासतौर पर गांवों और छोटे कस्बों में रहने वाले परिवारों के लिए यह राहत बेहद महत्वपूर्ण है क्योंकि वहां आमदनी के सीमित साधन होते हैं और रसोई का खर्च घरेलू बजट का एक बड़ा हिस्सा होता है।
प्रमुख शहरों में नए दाम
देश की राजधानी दिल्ली में अब सिलेंडर नौ सौ दस रुपये में मिल रहा है जबकि मुंबई और बेंगलुरु जैसे महानगरों में यह नौ सौ बीस रुपये का है। कोलकाता और हैदराबाद में नौ सौ पंद्रह रुपये, चेन्नई और जयपुर में नौ सौ पांच रुपये, तथा अहमदाबाद में सबसे कम यानी आठ सौ नब्बे रुपये में गैस सिलेंडर उपलब्ध है। पटना और तिरुवनंतपुरम में यह थोड़ा महंगा है जहां क्रमशः नौ सौ चालीस और नौ सौ तीस रुपये चुकाने पड़ रहे हैं।
कीमतों में गिरावट के कारण
अंतरराष्ट्रीय बाजार में एलपीजी के भाव स्थिर होने से भारत में आयात की लागत घटी है। साथ ही घरेलू बाजार में आपूर्ति व्यवस्था में सुधार आया है। केंद्र सरकार द्वारा हर महीने उपभोक्ता हित को ध्यान में रखते हुए की जाने वाली समीक्षा का भी इसमें योगदान रहा है। इन सभी कारकों ने मिलकर इस महीने दामों में कमी लाने में मदद की है।
सूचना: यह लेख वर्तमान जानकारी और ताजा अपडेट के आधार पर तैयार की गई मौलिक सामग्री है। एलपीजी सिलेंडर के दाम राज्य, शहर और कंपनी के अनुसार भिन्न हो सकते हैं। कृपया सटीक मूल्य जानने के लिए अपने नजदीकी गैस वितरक या आधिकारिक वेबसाइट से संपर्क करें।








