महाराष्ट्र सरकार ने राज्य की महिलाओं के कल्याण के लिए मुख्यमंत्री लाडकी बहीण योजना शुरू की है। इस योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए सभी पात्र महिलाओं को ई-केवाईसी प्रक्रिया पूरी करना अनिवार्य है। यह प्रक्रिया पूरी तरह से ऑनलाइन है और इसे घर बैठे मोबाइल या कंप्यूटर के माध्यम से आसानी से पूरा किया जा सकता है। ई-केवाईसी का मुख्य उद्देश्य लाभार्थी की पहचान को सत्यापित करना और यह सुनिश्चित करना है कि योजना का लाभ सही व्यक्ति तक पहुंचे। इस डिजिटल प्रक्रिया से महिलाओं को किसी सरकारी कार्यालय के चक्कर लगाने की जरूरत नहीं पड़ती और उनका समय भी बचता है।
आधिकारिक वेबसाइट पर पहुंचना और शुरुआत करना
ई-केवाईसी प्रक्रिया शुरू करने के लिए सबसे पहले लाडकी बहीण योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा। वेबसाइट के मुख्य पृष्ठ पर मुख्यमंत्री लाडकी बहीण योजना ई-केवाईसी प्रक्रिया का लिंक दिखाई देगा। इस लिंक पर क्लिक करते ही आप ई-केवाईसी के पोर्टल पर पहुंच जाएंगे। यहां से वास्तविक प्रक्रिया शुरू होती है जिसमें कई चरण हैं। प्रत्येक चरण को ध्यान से पूरा करना जरूरी है ताकि कोई गलती न हो। वेबसाइट का इंटरफेस सरल और उपयोगकर्ता के अनुकूल बनाया गया है जिससे आम महिलाएं भी इसे आसानी से समझ सकें।
लाभार्थी महिला का आधार सत्यापन
पहले चरण में लाभार्थी महिला का आधार सत्यापन करना होता है। इसके लिए महिला का बारह अंकों का आधार कार्ड नंबर सही से भरना होगा। इसके बाद स्क्रीन पर दिखाया गया कैप्चा कोड भरना आवश्यक है। कैप्चा कोड सुरक्षा के लिए होता है जो यह सुनिश्चित करता है कि प्रक्रिया कोई व्यक्ति कर रहा है न कि कोई स्वचालित प्रोग्राम। इसके बाद सहमति वाले बॉक्स पर टिक करना होगा जो मराठी में लिखा होता है। फिर ओटीपी भेजने वाले बटन पर क्लिक करना है। ओटीपी महिला के आधार से जुड़े मोबाइल नंबर पर आएगा। यह छह अंकों का कोड होता है जिसे निर्धारित जगह पर भरकर सबमिट करना होता है। सत्यापन सफल होने पर आप अगले चरण में पहुंच जाएंगे।
पिता या पति का आधार सत्यापन
महिला का सत्यापन पूरा होने के बाद दूसरे चरण में पिता या पति का आधार सत्यापन करना होता है। यदि महिला अविवाहित है तो उसके पिता का आधार नंबर भरना होगा और यदि विवाहित है तो पति का आधार नंबर दर्ज करना होगा। यह जानकारी बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि योजना के नियमों के अनुसार परिवार की पहचान इससे जुड़ी होती है। आधार नंबर भरने के बाद फिर से सहमति देनी होती है और ओटीपी भेजने का विकल्प चुनना होता है। पिता या पति के मोबाइल पर आए ओटीपी को सही से भरकर सबमिट करना होता है। सत्यापन सफल होने पर पिता या पति का नाम स्क्रीन पर अपने आप आ जाता है जो यह दर्शाता है कि प्रक्रिया सही तरीके से हो रही है।
जाति वर्ग का चयन और महत्वपूर्ण घोषणाएं
यह चरण ई-केवाईसी प्रक्रिया का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा है। यहां सबसे पहले अपनी जाति की श्रेणी चुननी होती है। जाति प्रवर्ग में सामान्य, ओबीसी, एससी, एसटी जैसी श्रेणियां होती हैं। अपनी सही जाति का चयन करना बहुत जरूरी है। इसके बाद कुछ घोषणाएं भरनी होती हैं। पहली घोषणा में यह बताना होता है कि परिवार में कोई सरकारी कर्मचारी है या नहीं। यदि परिवार का कोई सदस्य सरकारी विभाग में स्थायी नौकरी करता है तो हां चुनना होगा अन्यथा नहीं। दूसरी घोषणा में परिवार में योजना का लाभ लेने वाली महिलाओं की संख्या के बारे में जानकारी देनी होती है। योजना के नियमों के अनुसार एक परिवार से केवल एक विवाहित और एक अविवाहित महिला ही लाभ ले सकती है। इसलिए इस प्रश्न का उत्तर सावधानी से देना चाहिए।
अंतिम सबमिशन और सफलता संदेश
सभी विवरण सही से भरने और घोषणाएं पूरी करने के बाद अंतिम चरण में सबमिट बटन दिखाई देता है। सबमिट करने से पहले एक बार फिर सभी जानकारियों की जांच कर लेनी चाहिए। सभी बॉक्स पर सही का निशान लगाने के बाद सबमिट बटन पर क्लिक करना होता है। सफलतापूर्वक सबमिशन होने पर स्क्रीन पर एक संदेश आता है जो बताता है कि ई-केवाईसी प्रक्रिया पूरी हो गई है। यह संदेश दर्शाता है कि महिला अब योजना के लाभ के लिए पात्र है और जल्द ही उसे योजना का लाभ मिलना शुरू हो जाएगा। इस पूरी प्रक्रिया में लगभग दस से पंद्रह मिनट का समय लगता है।
अस्वीकरण
यह लेख केवल जानकारी और मार्गदर्शन के उद्देश्य से तैयार किया गया है। लाडकी बहीण योजना की ई-केवाईसी प्रक्रिया से संबंधित नवीनतम और आधिकारिक जानकारी के लिए कृपया महाराष्ट्र सरकार की आधिकारिक वेबसाइट देखें। योजना के नियम, पात्रता मानदंड और प्रक्रिया समय के साथ बदल सकते हैं। आवेदन करने से पहले सभी दिशानिर्देशों को ध्यान से पढ़ें और केवल प्रामाणिक सरकारी स्रोतों पर ही भरोसा करें।








