आज के समय में कीमती धातुओं को केवल शृंगार की वस्तु नहीं माना जाता बल्कि इन्हें एक भरोसेमंद निवेश माध्यम के रूप में देखा जाता है। बीस नवंबर दो हजार पच्चीस को घरेलू और वैश्विक दोनों बाजारों में स्वर्ण एवं रजत की कीमतों में उल्लेखनीय गिरावट दर्ज की गई है। यह परिस्थिति उन लोगों के लिए अत्यंत लाभकारी है जो आभूषण खरीदने या दीर्घकालिक निवेश की योजना बना रहे हैं। बाजार में आई इस नरमी ने खरीदारों को एक बेहतरीन अवसर प्रदान किया है जिसका लाभ उठाकर वे कम मूल्य पर गुणवत्तापूर्ण धातुएं प्राप्त कर सकते हैं।
विभिन्न शुद्धता स्तरों पर स्वर्ण मूल्य
बाजार में सोने की विभिन्न शुद्धता के अनुसार कीमतों में भारी कमी देखी गई है। चौबीस कैरेट सोना जो निन्यानबे दशमलव नौ प्रतिशत शुद्ध माना जाता है, आज एक लाख तेईस हजार छह सौ साठ रुपये प्रति दस ग्राम के भाव पर उपलब्ध है। इसमें एक हजार सात सौ चालीस रुपये की गिरावट आई है जो खरीदारों के लिए बड़ी राहत है। बाईस कैरेट स्वर्ण का वर्तमान मूल्य एक लाख तेरह हजार तीन सौ पचास रुपये प्रति दस ग्राम है और इसमें एक हजार छह सौ रुपये की कमी दर्ज की गई है। अठारह कैरेट सोने की कीमत बयानबे हजार सात सौ चालीस रुपये प्रति दस ग्राम पर पहुंच गई है जिसमें एक हजार तीन सौ दस रुपये का ह्रास हुआ है।
चांदी में भी आई भारी गिरावट
रजत धातु खरीदने वाले ग्राहकों के लिए भी आज का दिन अत्यंत खुशी का है क्योंकि चांदी की कीमतों में भी महत्वपूर्ण कमी देखने को मिली है। सौ ग्राम चांदी की वर्तमान कीमत सोलह हजार दो सौ रुपये है जिसमें पांच सौ रुपये की गिरावट आई है। एक किलोग्राम चांदी के लिए अब एक लाख बासठ हजार रुपये देने होंगे जो पिछले दिन की तुलना में पांच हजार रुपये कम है। यह गिरावट उन लोगों के लिए विशेष रूप से फायदेमंद है जो बड़ी मात्रा में चांदी खरीदना चाहते हैं या इसमें निवेश करने की सोच रहे हैं।
मूल्य गिरावट के प्रमुख कारण
बाजार विशेषज्ञों ने इस बड़ी गिरावट के पीछे कई अंतरराष्ट्रीय कारकों को जिम्मेदार ठहराया है। वैश्विक बाजार में स्वर्ण की मांग में कमी और अस्थिरता के कारण कीमतों में नरमी आई है। अमेरिकी डॉलर की मजबूती भी एक महत्वपूर्ण कारक है क्योंकि जब डॉलर मजबूत होता है तो अंतरराष्ट्रीय निवेशकों के लिए सोना खरीदना महंगा हो जाता है। इस स्थिति में मांग घटती है और परिणामस्वरूप कीमतें नीचे आती हैं। अमेरिकी फेडरल रिजर्व की कठोर मौद्रिक नीति और भविष्य में ब्याज दरों में वृद्धि की संभावना को देखते हुए निवेशकों ने कीमती धातुओं से अपना धन हटाया है।
एक्सचेंज पर दर्ज भारी गिरावट
मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज पर आज चांदी में दो दशमलव इक्यासी प्रतिशत और सोने में पांच दशमलव तीस प्रतिशत तक की भारी गिरावट दर्ज की गई है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में आई इस बड़ी गिरावट का सीधा और तत्काल प्रभाव भारत के घरेलू बाजार पर देखने को मिला है। यह स्थिति दर्शाती है कि भारतीय बाजार वैश्विक रुझानों से कितना प्रभावित होता है और अंतरराष्ट्रीय घटनाएं स्थानीय कीमतों को किस प्रकार नियंत्रित करती हैं।
खरीदारों के लिए सुझाव
वर्तमान मूल्य स्तर उन ग्राहकों के लिए एक उत्कृष्ट अवसर प्रस्तुत करता है जो अपनी आवश्यकता के आभूषण खरीदना चाहते हैं। मौजूदा कम कीमत पर खरीदारी करके वे बेहतर सौदा प्राप्त कर सकते हैं और भविष्य में कीमतें बढ़ने पर उन्हें अच्छा लाभ हो सकता है। हालांकि खरीदारी करने से पहले अपने स्थानीय बाजार में आज की कीमतों की पुष्टि अवश्य कर लें क्योंकि विभिन्न शहरों और व्यापारियों के बीच मूल्य में थोड़ा अंतर हो सकता है।
निवेशकों के लिए महत्वपूर्ण बिंदु
दीर्घकालिक निवेश करने वाले लोगों के लिए यह एक आकर्षक प्रवेश बिंदु हो सकता है। जब कीमतें कम होती हैं तो निवेश करना और भविष्य में मूल्य वृद्धि का लाभ उठाना समझदारी भरा फैसला माना जाता है। हालांकि निवेश से पहले बाजार के रुझानों का अध्ययन करना और वित्तीय सलाहकार से परामर्श लेना उचित रहेगा। याद रखें कि कीमती धातुओं में निवेश दीर्घकालिक दृष्टिकोण से किया जाना चाहिए और अल्पकालिक उतार-चढ़ाव से घबराना नहीं चाहिए।
अस्वीकरण: यह लेख केवल सूचनात्मक उद्देश्यों के लिए प्रस्तुत किया गया है। सोने और चांदी की कीमतें बाजार की परिस्थितियों के आधार पर प्रतिदिन बदलती रहती हैं और विभिन्न शहरों में भिन्न हो सकती हैं। किसी भी खरीद या निवेश निर्णय लेने से पहले अपने स्थानीय सर्राफा बाजार से वर्तमान कीमतों की पुष्टि अवश्य करें और वित्तीय सलाहकार से उचित परामर्श लें। लेखक या प्रकाशक किसी भी वित्तीय लाभ या हानि के लिए जिम्मेदार नहीं होंगे।








