भारत में पुरानी मुद्राओं का संग्रह करने की परंपरा बहुत पुरानी है। पुराने नोट और सिक्के केवल लेनदेन का माध्यम नहीं होते बल्कि ये हमारे देश के इतिहास और सांस्कृतिक धरोहर के महत्वपूर्ण प्रतीक भी होते हैं। हाल ही में सरकार ने एक रोचक पहल की घोषणा की है जिसके अनुसार यदि किसी व्यक्ति के पास कुछ विशेष प्रकार के पुराने पांच रुपए के नोट हैं तो उन्हें एक लाख रुपए तक का इनाम मिल सकता है। इस खबर ने पूरे देश में लोगों के बीच काफी उत्साह और जिज्ञासा पैदा कर दी है।
पुराने नोटों की बढ़ती कीमत का कारण
जैसे-जैसे समय बीतता जाता है और नई मुद्राएं प्रचलन में आती हैं, पुराने नोट धीरे-धीरे बाजार से गायब होने लगते हैं। इन नोटों की संख्या में कमी आने से उनकी दुर्लभता बढ़ती है और साथ ही उनका मूल्य भी बढ़ जाता है। मुद्रा संग्रहकर्ता ऐसे दुर्लभ नोटों को ऊंची कीमतों पर खरीदने के लिए तैयार रहते हैं। पुराने नोटों में उस समय की छपाई तकनीक, डिजाइन और ऐतिहासिक महत्व छिपा होता है जो उन्हें विशेष बनाता है। इसी वजह से कुछ खास पांच रुपए के नोट आज लाखों रुपए में बिक रहे हैं।
किस प्रकार के नोट हैं मूल्यवान
यह समझना जरूरी है कि हर पुराना पांच रुपए का नोट इस योजना के अंतर्गत मूल्यवान नहीं माना जाएगा। केवल कुछ विशेष श्रेणी के नोटों की बाजार में अधिक मांग है। पहली श्रेणी में वे नोट आते हैं जिनके सीरियल नंबर अनोखे या विशेष होते हैं। उदाहरण के लिए जिन नोटों पर सभी शून्य या सभी एक जैसे अंक हों, या फिर धार्मिक महत्व वाले अंक हों।
दूसरी श्रेणी में आजादी से पहले या आजादी के तुरंत बाद के दशकों में छपे नोट आते हैं। सन् उन्नीस सौ पचास से साठ के दशक में बने पुराने डिजाइन वाले नोट बहुत दुर्लभ माने जाते हैं। तीसरी महत्वपूर्ण श्रेणी में वे नोट हैं जिनमें छपाई की कोई गलती हो। ऐसे नोट जिनमें तिरछी छपाई हो, रंग की गलती हो या अधूरी छपाई हो, वे संग्रहकर्ताओं के लिए बेहद कीमती होते हैं। चौथी श्रेणी में भारतीय रिजर्व बैंक के पुराने गवर्नरों के दुर्लभ हस्ताक्षर या विशेष प्रतीक चिन्ह वाले नोट आते हैं।
सरकारी पहल का उद्देश्य
सरकार द्वारा शुरू की गई इस योजना का मुख्य उद्देश्य केवल लोगों को आर्थिक लाभ पहुंचाना नहीं है। इसके पीछे देश की मुद्रा विरासत को संरक्षित रखने का भी उद्देश्य है। पुराने नोट और सिक्के हमारे देश के वित्तीय इतिहास के महत्वपूर्ण दस्तावेज हैं। इन्हें सुरक्षित रखने से भविष्य की पीढ़ियों को अपने देश के आर्थिक विकास को समझने में सहायता मिलेगी। सरकार चाहती है कि लोग इन ऐतिहासिक धरोहरों को पहचानें और उनका संरक्षण करें।
आवेदन की सरल प्रक्रिया
यदि आपके पास कोई दुर्लभ पांच रुपए का नोट है तो आवेदन करना बहुत आसान है। सबसे पहले आपको अपने नोट की पूरी जानकारी एसएमएस के माध्यम से निर्धारित सरकारी नंबर पर भेजनी होगी। चौबीस घंटे के भीतर आपको प्रतिक्रिया मिल जाएगी। इसके बाद आपके नोट की सत्यापन प्रक्रिया शुरू होगी। यदि प्रारंभिक जांच में नोट सही पाया जाता है तो आपको उसे डाक घर के माध्यम से सरकार द्वारा दिए गए पते पर भेजना होगा। अंतिम सत्यापन के बाद यदि आपका नोट वास्तव में दुर्लभ और मूल्यवान पाया जाता है तो इनाम की राशि सीधे आपके बैंक खाते में स्थानांतरित कर दी जाएगी।
सावधानियां और सुझाव
इस योजना का लाभ उठाते समय कुछ महत्वपूर्ण सावधानियां बरतनी चाहिए। हमेशा जानकारी केवल सरकारी या आधिकारिक नंबर पर ही भेजें। बाजार में कई नकली एजेंट और धोखेबाज लोग सक्रिय हैं जो लोगों को गुमराह कर सकते हैं। किसी भी फर्जी वेबसाइट या व्यक्ति से संपर्क करने से बचें। अपना नोट भेजने से पहले उसकी स्थिति की अच्छी तरह जांच कर लें क्योंकि अच्छी हालत में रखे गए नोट की कीमत अधिक मिलती है। आवेदन की रसीद या पुष्टि संख्या को सुरक्षित रखना भी बहुत जरूरी है।
अस्वीकरण: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। पुराने नोटों की खरीद-बिक्री या इनाम से संबंधित किसी भी योजना की प्रामाणिकता की जांच स्वयं करें। केवल सरकारी या आधिकारिक स्रोतों से ही जानकारी प्राप्त करें और किसी भी लेनदेन से पहले पूरी तरह सतर्क रहें। धोखाधड़ी से बचने के लिए किसी भी अज्ञात व्यक्ति या संस्था को अपनी व्यक्तिगत या वित्तीय जानकारी न दें।








